Contacts संघार रहित श्रिष्टि व्यवस्था का विकास Development of Ruin Less World Government Objective The World Press of Shripak AWO Rescue Unions Bad Intentions Corruption and Crime The World Court of Shyawhdo THE WORLD ENJOY CENTRE OF SHRIPAK WIN (THE OMNI MONEY MANAGEMENT OF SHRIPAK) EXECUTION शपथ हम इस प्रिथ्वी की सर्व-शक्तिमान, सर्वश्रेष्ठ, सर्वोच्च, बुद्धिजीवी, ईश्वरीय, मानवीय, व्यवस्थायी, प्राणी-प्रजाति, इस श्रिष्टि में जन्मे प्रत्येक प्राणी की स्वतन्त्रता, सम्मान व प्राणों की रक्षा हेतु मौजूदा राजक्षेत्रों के तैहैत मौजूदा विधियों, विधानों व हालातानुसार इनमें किये जाने वाले बदलावों सहित खुद व खुद के निजिजनों की सुरक्षा जितनी जिम्मेदारी व लगन के साथ समानता से अपने, मित्रों व अन्य राजक्षेत्रों में निभाने का वचन देते हैं हम सभी प्राणियों के जीवनकालों, प्राणों, सक्षमताओं, शक्तियों, विशेषताओं, की सुरक्षा व उनका समयानुसार निरन्तर विकास करने के लिये प्रयास जारी रखने का वचन देते हैं हम प्रत्येक विरोधी को...
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THE WORLD ENJOY CENTRE OF SHRIPAK
Hospitality https://www.youtube.com/watch?v=ZodQ6YRKDew https://youtu.be/1EbowJMNKMk https://www.youtube.com/watch?v=0aRYVLY6yQ8 Enjoying Humans 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 ...
MATTER 1481: इस लिये अब हर इन्सान को द वल्ड गवर्न्मेन्ट औफ़ एड्वर के साथ कानूनी, सही, व्यवस्थायी अमर मार्ग पर चल जीवन जीना ही होगा
1. धरती पर 112 हत्या पर मिनट जारी हैं 2. करीब एक लाख साल के सबूत मान्यता प्राप्त पुस्तकों में पढाये जाते आ रहे हैं 3. जीवन दायनी, स्थलों के गुप्त कमरों में इन हत्याओं को करते हुये देखा जा सकता है 4. ये हत्यायें वीरता, लगन, सत्य, निष्ठा, निडरता, काम, अधीनता, इमानदारी, डर, व्यवस्था की कमी व षडयन्त्रों के कारण होना जारी हैं 5. जीवन व मान विकास हेतु वर्तमान कानूनों के तैहैत यह शिकार (कम्प्लीट अगैन्स्ड ऐस पर लौ) है 6. डिफ़ैन्स कर व्यवस्था लागू करने वालों का कतल किया जाता आ रहा है 7. इन्हीं कत्लों से बच जान व मान की व्यवस्था को 2010 से कानूनन लागू कर जारी रखा जाता आ रहा है 8. व्यवस्था की ताकत व बहुमत से अन्जान अधिकतर लोग आतन्कित हो, दुर्दसा के डर से बचने, काम से बचने, इनकम के लिये, भ्रमित होने व विवसता के कारण खामोश...
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