यदि सुलभता सहित सन्घार व व्यवस्था सहित जीवन में किसी एक को चुनना पडे तो व्यवस्था के साथ जीवन को ही प्रधानता मिलती है और इसके लिये किसी का मत लेने की जरूरत नहीं है क्यों कि सुलभता सहित सन्घार ये सत्य शिकारी प्रक्रति को प्रस्तुत करता है जबकी व्यवस्था इसके विपरीत मानवता को प्रधानता देती है जिसका आधार सत्य शिकार व प्रक्रति को बहुत ज्यादा जरूरी होने पर बचाव, विकास, पुनर्स्थापना विज्ञान व व्यवस्था हेतु ही विधि विधान मार्ग दर्शिका के तैहैत पूर्ण ध्यान व सुरक्षा रख विषेषग़्यों की नजरों के सामने व देख रेख में ही किया जाता है इसका सीधा सा सरल सिद्धान्त है कि आप को अपनी जीवन शैली जीने के आधार पर अधिकार प्राप्त होने के उपरान्त उत्तरदायित्व, जिम्मेदारी, कर्तव्य, ड्यूटी के तैहैत श्रम देने व श्रम समान तत्व को समय पर देना है आज अवैध धन सन्घारी कुव्यवस्था के तैहैत बिखरा हुआ है जो सन्घारों का कारण है जिसकी ताकत सैन्य शक्ति से कई गुना अधिक साबित करने के षडयन्त्रों को जारी रख फ़ैलाया व भ्रमित करने का अपराध करना जारी है पीछे की जा चुकी शुद्ध वैध धन व्यवस्था को श्रिष्टि में प्...